प्रयागराज में संगम की पावन धरती पर आयोजित होने वाला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम, महाकुंभ, सोमवार, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्नान पर्व से शुरू हो गया है। स्नान पर्व से एक दिन पूर्व संगम घाट और अन्य घाटों का जायजा लिया गया. सभी घाट स्नान के लिए पूरी तरह तैयार हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नदी के बीच में विशेष ‘चेंजिंग रूम’ बनाए गए हैं. इसके साथ ही सभी नाविकों को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लाइफ जैकेट दिए गए हैं.
महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा. इस अवधि में मुख्य स्नान पर्व निम्नलिखित हैं:
14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति.
29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या.
3 फरवरी 2025: बसंत पंचमी.
26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि.
प्रयागराज महाकुंभ में शामिल होने रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा समेत कई देशों से लोग आए हैं. रूस क्रिस्टीना भी महाकुंभ में आई हैं. उन्होंने शाही स्नान किया है. उन्होंने कहा, मेरा भारत महान. भारत एक महान देश है. हम पहली बार कुंभ मेले में आए हैं. उन्होंने आगे कहा, यहां हम असली भारत को देख सकते हैं. असली शक्ति भारत के लोगों में निहित है. मुझे भारत से प्यार है.







