जालंधर : जल शक्ति अभियान की दो सदस्यीय टीम ने जिले का दौरा किया और जल संरक्षण परियोजनाओं तथा अन्य गतिविधियों की समीक्षा की।अपने दौरे के दौरान, केंद्रीय टीम, जिसमें वित्तीय सेवा विभाग के निदेशक और जल शक्ति अभियान के केंद्रीय नोडल अधिकारी विवेक गुप्ता और केंद्रीय जल आयोग के उप निदेशक और तकनीकी अधिकारी संजीव कुमार शामिल थे, ने जिले के विभिन्न गांवों और कस्बों का दौरा किया और जल संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की।केंद्रीय टीम ने ब्यास गांव में गांव के तालाब को नहर से जोड़ना, शकरपुर और कडियाना में चेक डैम, गांव अलावलपुर के कम्युनिस्ट सेंटर में वर्षा जल संचयन प्रणाली, सिकंदरपुर और जंडू सिंघा में थापर मॉडल तालाब, सूरानुसी में वन विभाग की नर्सरी, गांव उदेसियां में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की सिंचाई परियोजना, गांव नंगल जीवन में नहर पुनर्भरण योजना, गांव नूहमहिल में ड्रिप सिंचाई प्रणाली और जल के समुचित उपयोग से संबंधित अन्य परियोजनाएं शामिल है।
दौरे के बाद केंद्रीय टीम ने जिला प्रशासकीय परिसर में जिला प्रशासन व संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) अमनिंदर कौर व अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) बुद्धि राज सिंह ने केंद्रीय टीम को वर्ष 2024-25 में जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। इसके अलावा बताया गया कि वर्ष 2025-26 के दौरान अब तक 354 तालाबों की सफाई व पुनरोद्धार किया जा चुका है। इसी तरह 23 चेक डैम बनाए गए हैं, 9 नए छप्पड़ का निर्माण कर उन्हें नहरों से जोड़ा गया है, 62 वर्षा जल संचयन ढांचे और 70 सोक पिट भी बनाए गए है। केंद्रीय टीम ने जल संरक्षण विशेष कर वर्षा जल के समुचित उपयोग को लेकर जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए जिले में चल रहे ऐसे अन्य प्रोजेक्टों को समय पर पूरा करने पर जोर दिया। टीम ने मृदा एवं जल संरक्षण विभाग द्वारा कम लागत वाली टिकाऊ वर्षा जल संचयन प्रणाली पर चर्चा की और इसे अन्य जिलों में भी लागू करने को कहा। दौरे के दौरान पूर्व कमिश्नर बिस्त दोआब जालंधर दविंदर सिंह, एस.डी.ओ. ग्राउंडवाटर जगविंदर सिंह, सब-डिवीजनल भू-संरक्षण अधिकारी इंजी. लुपिंदर कुमार, भू-संरक्षण अधिकारी अमरजीत सिंह आदि भी उपस्थित थे।







