

बहुत ही जल्द सावन का महीना खत्म होने वाला है, जो कि शिव भक्तों के लिए बहुत ही खास है। इस महीने का सनातन धर्म में बहुत अधिक महत्व है। ऐसे में सावन का चौथा और अंतिम सोमवार 4 अगस्त को है। इस दिन भक्तगण व्रत रखकर मनोकामनाएं मांगेंगे। सुबह से ही भक्तों की मंदिरों में भीड़ उमड़ पड़ेगी। पुजारी द्वारा दर्शन के लिए पट भी जल्दी खोल दिए जाएंगे। इसके अलावा शिवालयों को रंग-बिरंगी लाइटों और ताजे फूलों से सजा दिया जाएगा। इस खास मौके पर कांवरिया जल भरकर कावड़ यात्रा तय करते हैं और शिवालय पहुंचकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।इस महीने में हरियाली का खास महत्व होता है, बारिश होने के कारण चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है। भगवान शिव के साथ इस दौरान माता पार्वती की भी पूजा अर्चना की जाती है।ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो सावन के पहले सोमवार में मूलांकों को समर्पित करना सिखाया गया, तो वहीं दूसरे सोमवार में नया जीवन शुरू करने का संकेत मिला। तीसरे सोमवार को खुद के भीतर झांकने का मौका मिला, जबकि चौथे और आखिरी सोमवार को भक्तगण को त्याग करने का सही मतलब पता चलेगा।









