

जालंधर : आचार्य आशु मल्होत्रा ने हमारे चैनल पर जानकारी देते हुए कहा कि भाद्रपद की अमावस्या शास्त्रों में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है जो इस बार 23अगस्त 2025 शनिवार को मनाई जाऐगी शनिवार होने से इसका महत्व और बढ़ जाता है इसलिए इस दिन अपने पितरों के नाम से गरीबों गायों पक्षियों और जानवरों की सेवा अवश्य करे शनिदेव मंदिर में काले चने सरसों का तेल उड़द की दाल चढ़ाऐ शनि चालिसा पढ़े शिव मंदिर में शिवलिंग पर शम्मी के पत्ते अरपण करे शिव जी का रूद्राभिषेक करे पीपल के पेड़ की सेवा जल चढ़ाऐ और सरसों के तेल का दीया जलाऐं तीन लोहे के कील डालकर और हनुमानजी को चोला णढ़ाऐ आपके ऊपर अगर शनि पीड़ा चल रही है तो उसमें शाँति मिलेगी









