जालंधर : देहात पुलिस ने दो सफल ऑपरेशनों की कड़ी में दो दिनों के भीतर फिल्लौर क्षेत्र में ड्रग तस्करों को गिरफ्तार करने और हाईवे डकैती गिरोह का पर्दाफ़ाश करके महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।पत्रकारों से बात करते हुए सीनियर पुलिस कप्तान (एस.एस.पी) हरकमल प्रीत सिंह खख ने कहा कि दोनों कार्रवाई एसपी (इन्वेस्टिगेशन) जसरूप कौर बाठ आई.पी.एस और डी.एस.पी फिल्लौर सरवन सिंह बल्ल, पी.पी.एस की देखरेख में की गईं। इंस्पेक्टर संजीव कपूर के नेतृत्व में फिल्लौर पुलिस स्टेशन की एक समर्पित टीम ने दोनों ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।नशा तस्करी के मामले में अमरजीत सिंह को 250 नशीली गोलियों और मोटरसाइकिल नंबर पीबी-08-ईडब्ल्यू-1356 समेत गिरफ्तार किया गया, जबकि जसविंदर कौर से 5 किलो चूरापोस्त और 35,000 रुपये नकद बरामद किए गए। दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।उनके खिलाफ फिल्लौर पुलिस स्टेशन में एफआईआर नंबर 352 के तहत एक नया मामला दर्ज किया गया है।1 जनवरी को पहले ऑपरेशन में, पुलिस ने एक महिला सहित दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया, और 250 नशीली गोलियां (अल्प्राजोलम आई.पी.-0.5), 5 किलोग्राम पोस्ता, 35,000 रुपये मूल्य की नशीले पदार्थों और परिवहन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मोटरसाइकिल बरामद की गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ पप्पू पुत्र गुरदेव सिंह निवासी गांव लधा और जसविंदर कौर उर्फ बिंदर पत्नी सतनाम राम निवासी गांव भारसिंहपुरा जिला फिल्लौर के तौर पर हुई है।2 जनवरी को एक अन्य ऑपरेशन में, पुलिस ने हाईवे डकैतियों में शामिल एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जगजीत सिंह उर्फ ग्रेवाल उर्फ लवली पुत्र नवतेज सिंह निवासी गुरनाम नगर लुधियाना, सुखपाल सिंह उर्फ सुक्खा पुत्र तरसेम सिंह निवासी सुरजेवाल (फाजिल्का), सन्नी उर्फ सन्नी देयोल पुत्र बिहारी लाल निवासी खुही महुल्ला पंजगराईयां (फिल्लौर) और रमन कुमार पुत्र परमिंदर लाल निवासी तिहिंग, फिल्लौर के तौर पर हुई।हाईवे डकैती गिरोह के सदस्य फिल्लौर शहर में सक्रिय थे और मुख्य हाईवे पर तेजधार हथियारों के साथ लूटपाट की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने चोरी किए मोबाइल फोन और घटनाओं में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद कर ली है। इस गैंग से अब तक लूट की सात वारदातों का पता चला है। थाना फिल्लौर में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा नंबर 351 दिनांक 31 दिसंबर, 2024 दर्ज किया गया है।दोनों मामलों के सभी आरोपियों को आगे की पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। नशीले पदार्थों की तस्करी की जांच का उद्देश्य दवाओं के स्रोत का पता लगाना और नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान करना है