

जालंधर : भगवान शिव की पूजा अर्चना में महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि और श्रावण शिवरात्रि का बहुत महत्व होता है जानकारी देते हुए शिवयोगी दयाल भाई ने बताया कि बाबा महाकाल मन्दिर, अंतिम स्थान किशनपुरा में स्थित मंदिर में तक़रीबन 21/7/23 से प्रतिदिन प्रदोष काल में रुद्राभिषेक किया जाता है( मार्च नवरात्रि के बाद 6:00 से 7:00 शरद नवरात्रि के बाद 5:40 से 6:40 शाम ) 20/7/25 को दो साल संपन्न हुए आगे भी शिव कृपा तक चलता रहेगा श्रावण का माह भगवान महादेव को विशेष रूप से प्रिय है और इस माह भक्त पूरी आस्था से भोले बाबा का रूद्र अभिषेक करते हैँ भक्त देश भर के शिव मंदिरों में बाबा के गंगा जल कावड़ जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं.इस बार मन्दिर में मृत्युंजय महाकाल जी का रुद्राभिषेक विद्वान् ब्राह्मणो द्वारा गन्ने के रस, गंगा जल, दूध और फलों के रस से किया गया और बाबा महाकाल जी का सुन्दर “श्रृंगार” भी किया गया मनमोहक छवि देख शिवभक्तों का मन भाव विभोर हो गया विद्वान पंडितो द्वारा शिव स्तोत्र गाकर बाबा महाकाल जी के दरबार में अपनी हाजरी लगाई रूद्र सेना संगठन शिवयोगी दयाल भाई , समाज सेवक सुदेश विज, संदीप वर्मा,शिव कुमार,रोहित शर्मा हरीश गिल,सौरव कुमार, करण गंगोत्रा ,अनिल शर्मा, पंडित राम शर्मा वृन्दावन वाले , सतीश कुमार, जगदीश कुमार ,नितीश कुमार, जोजी, बुग्गा पंडित, दीपा पंडित, करण शर्मा, उप चेयरमैन मोहित शर्मा,अध्यक्ष दिनेश करतारपुरिया, अवतार सिंह, जतिन्दर शर्मा, शंकर मैनी, सुरेश जैरथ, शिवाइन जैरथ, मास्टर बिक्रम चंद, सन्नी स्वराज, अजय कुमार,आदि शामिल हुए शिव भक्तों के लिए संगठन द्वारा भंडारा लगाया गया









